कोविड -19,कोरोना वायरस, से लड़ने के लिये टोरेंट ग्रुप द्वारा 100 करोड़ रूपये की आर्थिक निधि की घोषणा ।
भिवंडी।एम हुसेन।कोरोना वायरस  के फैलते संक्रमण कोविड-19 से लड़ने के लिये टोरेंट ग्रुप द्वारा पीएम-केयर्स फंड में योगदान एवं सरकारी अस्पतालों में आवश्यक दवायें निःशुल्क उपलब्ध कराने के  लिये  आर्थिक  निधि केे रूप  100 करोड़ रूपये का योगदान करने की घोषणा किया गया है । 

  गौरतलब है कि  भिवंडी में बिजली आपूर्ति करने वाली टोरेंट पावर कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी चेतन बडियानी ने उक्त जानकारी देते हुये बताया कि देश को कोविड-19 महामारी के काले बादलों ने  घेर लिया है। जिसने न केवल सरकार पर भारी वित्तीय और प्रशासनिक बोझ डाल दिया  है बल्कि हमारे समाज के गरीब वर्गों को  भयंकर रूप से  प्रभावित भी किया है जो एक गंभीर समस्या बनी हुई है,  जिसके लिये गरीब परिवारों को तत्काल  सहायता और राहत की जरूरत है । प्रेस विज्ञिप्त में जानकारी देते हुए  बताया गया है कि अन्य सभी व्यवसायों की तरह इस महामारी ने टोरेंट ग्रुप को भी प्रभावित किया है। इसके बावजूद संस्थान ने विशेष रूप से ऐसे संकट के समय हमेशा लोगों और समाज को बाकी चीजों से ऊपर रखा है । टोरेंट ग्रुप ने समाज के गरीब वर्गों पर महामारी और इसके प्रभाव से लड़ने के लिये एवं सरकार के प्रयासों को मजबूत करने के लिये 100 करोड़ रूपये का समर्थन देने की घोषणा की है।जिसमें पीएम-केयर्स फंड में योगदान के माध्यम से 50 करोड़ रूपये का योगदान दिया जायेगा,शेष 50 करोड़ रूपये में विभिन्न सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क दवायें उपलब्ध कराना,राज्य सरकार के राहत कोष में योगदान,कोविड -19 महामारी से उतपन्न समस्याओं को दूर करने के लिये जमीनी स्तर पर काम करने वाले गैर सरकारी संगठनों में योगदान,स्वास्थ्य कर्मियों के लिये पीपीई का प्रावधान और समाज के कमजोर वर्गों पर कोविड-19 महामारी के प्रभाव को रोकने के लिये संस्थान का प्रत्यक्ष प्रयास करना आदि में खर्च किया जायेगा ।

   इसके अलावा टोरेंट ग्रुप यह सुनिश्चित करेगा कि लॉकडाउन की पूरी अवधि के लिये संस्थान के कर्मचारियों सहित ठेकदारों के तहत काम करने वाले और निर्माण श्रमिकों को पूरी मजदूरी का भुगतान किया जायेगा।संस्थान द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुये कहा गया है कि महामारी के नियंत्रण एवं समाज के कमजोर वर्गों की देखभाल करने के लिये समर्पित और निर्णायक नेतृत्व सर्वोपरि है ।